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#प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू परमेश्वर कबीर जी को अविनाशी लोक "सतलोक" में सिंहासन पर विराजमान देखने के बाद स्वामी रामानंद जी ने कहा: सुन्न-बेसुन्न सैं तुम परै, उरैं स हमरै तीर। गरीबदास सरबंग में, अबिगत पुरूष कबीर।। Supreme God Kabir
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#प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू परमेश्वर कबीर जी को अविनाशी लोक "सतलोक" में सिंहासन पर विराजमान देखने के बाद स्वामी रामानंद जी ने कहा: सुन्न-बेसुन्न सैं तुम परै, उरैं स हमरै तीर। गरीबदास सरबंग में, अबिगत पुरूष कबीर।। Supreme God Kabir
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प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ
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प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ
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प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ
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प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ
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प्रभु_प्राप्त_संतों_से_रूबरू श्री नानक जी प्रतिदिन बेई नदी पर स्नान करने जाते थे। वहाँ उन्हें पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के दर्शन जिंदा महात्मा के रूप में हुए, उन्हें परमात्मा सच्चखंड (सतलोक) लेकर गए और अपनी वास्तविक स्थिति से परिचित करवाकर वापिस छोड़ा। गुरु ग्रन्थ साहिब के राग "सिरी" महला 1 पृष्ठ
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